शब्द का अर्थ
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संवह :
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वि० [सम्√वह् (ढोना)+अच्] १. वहन करनेवाला। ले जाने वाला। पुं० १. एक वायु जो आकाश के सात मार्गों में से तीसरे मार्ग में रहती है। २. अग्नि की सात जिह्वाओं में से एक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संवहन :
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पुं० [सम्√वह् (ढोना)+ल्युट्-अन्] [भू० कृ० संवहित] १. वहन करना। ले जाना। ढोना। २. प्रदर्षित करना। दिखाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |