शब्द का अर्थ
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					संशप्तक					 :
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					पुं० [संशप्त० ब० स०+कप्] १. ऐसा योद्धा जिसने बिना सफल हुए लड़ाई आदि से न हटने की शपथ खाई हो। २. कुरुक्षेत्र के युद्ध में एक दल जिसने उक्त प्रकार से अर्जुन से वध की प्रतिज्ञा की थी पर स्वयं मारा गया था।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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