शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					संसर्गी					 :
				 | 
				
					वि० [संसर्ग+इति, सम्√सृज (छोड़नादि)+धिनुण वा] [स्त्री० संसर्गिनी] १. संसर्ग या लगाव रखने वाला। २. प्रायः या सदा साथ रहने वाला। संगी। साथी० पुं० धर्मशास्त्र आदि के अनुसार वह जो पैतृक सम्पत्ति का विभाग हो जाने पर भी कुटुम्बियों आदि के साथ रहता हो।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |