शब्द का अर्थ
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					सधना					 :
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					अ० [हि० साधना] १. किसी काम या बात का पूरा या सिद्ध होना। जैसा—काम सधना। २. अभिप्राय या उद्देश्य सिद्ध होना। मतलब निकलना। ३. हाथ से किये जानेवाले किसी काम का ठीक तरह से अभ्यस्त होना। जैसा—आरी या हथौड़ा चलाने में हाथ सधना। ४. ठीक जगह पर जाकर लगना। जैसा—गोली या तीर चलाने में निशाना सधना। ५. शिक्षा आदि पाकर किसी विशिष्ट उपयोग या कार्य के लिए उपयुक्त होना। जैसा—(क) सवारी के लिए घोड़े का सधना। (ख) बाइसिकिल पर बैठने में सरीर सधना। ६. नाप-तौल आदि में ठीक या पूरा उतरना या बैठना। जैसा—(क) शरीर पर कुरता सधना। (ख) पसँगा निकल जाने पर तराजू सधना।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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