शब्द का अर्थ
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					सिंगार					 :
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					पुं०=श्रृंगार।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सिंगारदान					 :
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					पुं० [हिं० सिंगार+सं० आधान या फा० दान (प्रत्य)] श्रृंगार की सामग्री रखने का छोटा संदूक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सिंगारना					 :
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					सं० [हिं० सिंगार+ना (प्रत्य०)] श्रृंगार करना। प्रसाधन सामग्री तथा आभूषणों से अपने को या किसी को सजाना।				 | 
			
			
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					सिंगारहाट					 :
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					पुं० [सं० श्रृंगारहाट्ट] वह बाजार जिसमें वेश्याएँ रहती हों। चकला।				 | 
			
			
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					सिंगारहार					 :
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					पुं० [सं० हारश्रृंगार] १. हासिंगार नामक वृक्ष। परजाता। २. उक्त के फूल।				 | 
			
			
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					सिंगारिया					 :
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					पुं० [हिं० सिंगार+इया (प्रत्य०)] १. श्रृंगार करने वाला। २. वह पुजारी जो देव मूर्तियों का श्रृंगार करता हो।				 | 
			
			
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					सिंगारी					 :
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					वि० [हिं० सिंगार+ई (प्रत्य)] सिंगार संबंधी। पुं०=सिंगारिया।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |