शब्द का अर्थ
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					सिक्ख					 :
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					पुं० [सं० शिष्य] १. शिष्य। चेला। उदा०—कबीर गुरु बैर बनारसी, सिक्ख समुंदर पार।—कबीर। २. गुरु नानक के पंथ का अनुयायी। ३. इन अनुयायियों का वर्ग जिसने अब एक स्वतंत्र जाति का रूप धारण कर लिया है। विशेष—ये अनुयायी केश, कंघा, कड़ा, कृपाण और कच्छा (जाँघिया) सदा धारण करते हैं। स्त्री० [सं० शिक्षा] सीख। शिक्षा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स्त्री० [सं० शिखा] शिखा। चोटी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					सिक्खी					 :
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					स्त्री० [हिं० सिख+ई (प्रत्य०)] सिक्ख धर्म-मत।				 | 
			
			
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					सिक्खेकार					 :
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					पुं० [हिं० सीखना+कार] [भाव० सिक्खेकारी] वह जिसने किसी गुरु या विशषज्ञ से किसी कला या विद्या की नियमित रूप से और यथेष्ट शिक्षा पाई हो। ‘अताई’ का विपर्याय। (संगीतज्ञ)				 | 
			
			
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