शब्द का अर्थ
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					सुंदोपसुंद					 :
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					पुं० [सं० द्व० स०] सुंद और उपसुंद नाम के दो भाई जो तिलोत्तमा (अप्सरा) को प्राप्त करने के लिए आपस में लड़ मरे थे। विशेष—इन दोनों भाइयों ने यह वर प्राप्त किया था कि हम तब तक नहीं मरें जब तक स्वयं एक दूसरे को न मारें। अतः इन्द्र द्वारा प्रेषित तिलोत्तमा अप्सरा की प्राप्ति के लिए ये आपस में लड़ मरे थे।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सुंदोपसुंद न्याय					 :
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					पुं० [सं०] एक प्रकार का न्याय जिसका प्रयोग ऐसे अवसरों पर होता है जहाँ दो शक्तिशाली व्यक्ति आपस में घनिष्ठ मित्र होने पर भी अंत में सुंद और उपसुंद नामक दैत्यों की तरह लड़ मरते हैं।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |