शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					सुभग					 :
				 | 
				
					वि० [सं०] [स्त्री० सुभगा, भाव० सुभगता] १. जिसका भाग्य अच्छा हो। भाग्यवान्। फलतः समृद्ध और सुखी। २. सुन्दर। ३. प्रिय। ४. सुखद। पुं० 1. सौभाग्य। २. सौभाग्य का सूचक कर्म। (जैन) ३. शिव। ४. चंपा। ५. अशोक वृक्ष। ६. पत्थर फूल। ७. गंधक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सुभगता					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०] १. सुभग होने की अवस्था, गुण या भाव। २. सौभाग्य का सूचक लक्षण। ३. प्रेम। स्नेह। ४. स्त्री के द्वारा प्राप्त होनेवाला सुख।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सुभगा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं०] १. सौभाग्यवती स्त्री। सधवा। २. ऐसी स्त्री जो अपने पति को प्रिय हो। प्रियतमा पत्नी। ३. कार्तिकेय की एक अनुचरी। ४. पाँच वर्ष की बालिका।। ५. संगीत में एक प्रकार की रागिनी। ६. तुलसी। ७. हलदी। ८. नीली दूब। ९. केवटी मोथा। १॰. कस्तूरी। ११. प्रियंगु। १२. सोन केला। १३. बेला। वि० [सं०] ‘सुभग’ का स्त्री०।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सुभगानन्द					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०] तांत्रिका के एक भैरव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सुभग्ग					 :
				 | 
				
					वि०=सुभग।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |