शब्द का अर्थ
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					सृत					 :
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					भू० कृ० [सं०] १. जो खिसक गया हो। सरका हुआ। २. जो चला गया हो। पुं० चकमा देकर शत्रु पर शस्त्र से प्रहार करना।				 | 
			
			
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					सृता					 :
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					स्त्री० [सं०] सृति। (दे० )				 | 
			
			
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					सृति					 :
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					स्त्री० [सं०] १. जाने या खिसकने की क्रिया या भाव। २. आवागमन। ३. जाने का मार्ग। पथ। ४. आचरण। ५. जन्म। ६. निर्माण।				 | 
			
			
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					सृत्वन्					 :
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					पुं० [सं०] १. खिसकने या सरकने की क्रिया या भाव। २. बुद्धि। ३. प्रजापति।				 | 
			
			
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					सृत्वर					 :
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					वि० [सं०] १. जो जा या चल रहा हो। २. चलता हुआ। गतिशील।				 | 
			
			
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					सृत्वरी					 :
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					स्त्री० [सं०] १. नदी। धारा। २. माता।				 | 
			
			
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