| शब्द का अर्थ | 
					
				| अप्रयुक्त					 : | वि० [सं० न० त०] १. (वस्तु आदि) जिसका प्रयोग न हुआ हो अथवा जो काम में न लाया गया हो। अव्यवहृत। २. (व्यक्ति) जिसकी नियुक्ति न हुई हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| अप्रयुक्तत्व					 : | पुं० [सं० अप्रयुक्त+त्व] काव्य में एक पद—दोष जो ऐसे शब्दों के प्रयोग से होता है जो शुद्ध होने पर भी कवियों द्वारा कभी प्रयुक्त न हुआ हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |