शब्द का अर्थ
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					आचमन					 :
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					पुं० [सं० आ√चम् (पान)+ल्युट्-अन] [वि० आचमनीय भू० कृ० आचमित] १. जल पीना। पान करना। २. हिन्दुओं में धार्मिक कृत्य आरम्भ करने के समय दाहिने हाथ की हथेली में थोड़ा जल लेकर मंत्र पढ़ते हुए उसे पीना। ३. नेत्र-बाला नामक ओषधि।				 | 
			
			
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					आचमनक					 :
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					पुं० [सं० आचमन+कन्] १. वह जल जो आचमन के लिए हाथ में लिया जाता है। २. [ब० स०] उगालदान।				 | 
			
			
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					आचमनी					 :
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					स्त्री० [सं० आचमन+ङीष्] कलछी के आकार का बहुत छोटा चम्मच जिससे आचमन करते तथा चरणामृत आदि देते हैं।				 | 
			
			
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					आचमनीय					 :
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					वि० [सं० आ√चम्+अनीयर्] आचमन के योग्य (जल)।				 | 
			
			
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