शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					आज्ञा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० आ√कर्म+अङ-टाप्] १. किसी अधीनस्थ कर्मचारी या व्यक्ति से मौखिक रूप से कहा हुआ अथवा लिखित रूप से दिया हुआ ऐसा निर्देश जिसका पालन करना अनिवार्य हो। हुकुम। (आर्डर) २. किसी कार्य या बात के लिए मिलनेवाली अनुमति। ३. दे० ‘आज्ञाचक्र’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञा चक्र					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० मध्य० स०] हठयोग में, शरीर के अंदर से आठ चक्रों में से छठा चक्र जो दो दलों का श्वेत वर्णका और दोनों भौहों के बीच में स्थित माना गया है। कहते है कि इसके साधन से वाक्-सिद्धि प्राप्त होती है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञा पालक					 :
				 | 
				
					वि० [सं० ष० त०] [स्त्री० आज्ञापालिका] आज्ञा पालनकरनेवाला। आज्ञाकारी। पुं० १. दास। २. सेवक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञा फलक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० ष० त०] वह पत्र जिसमें किसी विषय या व्यवहार संबंधी आज्ञा लिखी हो। (आर्डर शीट)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञा भंग					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० ष० त०] आज्ञा न मानना अथवा उसके विरुद्ध आचरण करना। (डिस्ओबीडिएन्स)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञा-पत्र					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० ष० त०] वह पत्र जिसमें कोई आज्ञा लिखकर दी गई हो। हुकुमनामा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञा-पालन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० ष० त०] [स्त्री० आज्ञापालक] किसी की दी हुई आज्ञा के अनुसार कार्य करना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञाकारिता					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० आज्ञाकारिन्+तल्-टाप्] आज्ञाकारी होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञाकारी (रिन्)					 :
				 | 
				
					वि० [सं० आ√कृ (करना)+णिनि] [स्त्री० आज्ञाकारिणी] किसी की आज्ञा का अनुसरण या पालन करनेवाला। पुं० १. दास। २. सेवक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञाता (तृ)					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० आज्ञापयिता] वह जो दूसरों को आज्ञा दे। आज्ञा देनेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञान					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० आ√ज्ञा+ल्युट्-अन] देखने या समझने की क्रिया भाव या शक्ति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञापक					 :
				 | 
				
					वि० [सं० आ√ज्ञा+णिच्,पुक्+ण्वुल्-अक] [स्त्री० आज्ञापिका] आज्ञा देनेवाला। आज्ञाता। पुं० प्रभु। स्वामी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञापन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० आ√ज्ञा+णिच्, पुक्+ल्युट्-अन] [भू० कृ० आज्ञापित] आज्ञा देने की क्रिया या भाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञापित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं० आज्ञप्त] १. (व्यक्ति) जिसे आज्ञा दी गई हो। २. (कार्य) जिसके संबंध में आज्ञा दी गई हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञायी (यिन्)					 :
				 | 
				
					वि० [सं० आ√ज्ञा+णिनि, युक्, आगम] १. जानने या समझनेवाला। २. अनुभव करनेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					आज्ञार्थक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० आज्ञा-अर्थ, ब० स० कप्] व्याकरण में क्रिया पद का वह रूप जिसमें किसी को कोई काम करने का आदेश दिया जाता है। विधि। (इम्परेटिव मूड) जैसे—आओ, बैठो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |