शब्द का अर्थ
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					आधि					 :
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					स्त्री० [सं० आ√धा (धारण करना)+कि] १. मानसिक कष्ट या चिंता। २. धरोहर या बंधक के रूप में रखी हुई चीज। ३. आशा। ४. लक्षण। ५. रहने की जगह। आवास।				 | 
			
			
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					आधि-कर्त्ता (र्तृ)					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] किसी के पास कोई चीज गिरवी या बंधक रखनेवाला व्यक्ति।				 | 
			
			
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					आधि-भोग					 :
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					पुं० [ष० त०] धरोहर या बंधक रखी हुई वस्तु का उपभोग या उपयोग।				 | 
			
			
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					आधि-वर्त्ता (र्तृ)					 :
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					पुं० [ष० त०] वह जिसके पास कोई चीज गिरवी या रेहन रखी जाए।				 | 
			
			
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					आधि-व्याधि					 :
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					स्त्री० [द्व० स०] मानसिक कष्ट या चिंता और शारीरिक पीड़ा। दुःख और वेदना।				 | 
			
			
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					आधिक					 :
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					वि० [हिं० आधा+एक] १. आधे के लगभग। आधे से कुछ ही कम या अधिक। २. अल्प। थोड़ा। अव्य० प्रायः। लगभग।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					आधिकरणिक					 :
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					वि० [सं० आधिकरण+ठक्-इक] अधिकरण संबंधी। जैसे—आधिकरणिक विक्रय। (कोर्ट सेल)। पुं० अधिकरण विक्रय। (कोर्ट आँफिसर)				 | 
			
			
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					आधिकरिक					 :
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					वि० [सं० अधिकार+ठक्-इक] १. अधिकार संबंधी। २. किसी अधिकारी के द्वारा या अधिकारपूर्वक किया या कहा हुआ। (आँथॉरिटेटिव) ३. सरकारी। (आँफिशल) पुं० १. वह जिसे कोई विशेष अधिकार प्राप्त हो और वह उस अधिकार का प्रयोग करता हो। अधिकारी। (आँथॉरिटी) २. परमात्मा। ३. दृष्य-काव्य में मूल कथा-वस्तु।				 | 
			
			
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					आधिकारिकी					 :
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					स्त्री० [सं० आधिकारिक से] व्यक्तियों का वह वर्ग या समूह जो किसी कार्य या विषय से संबंध रखनेवाली सब बातों का नियंत्रण और संचालन करता हो। (आँथॉरिटी)।				 | 
			
			
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					आधिक्य					 :
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					पुं० [सं० अधिक+ष्यञ्] मान, मात्रा आदि में अधिक होने की अवस्था या भाव। अधिकता।				 | 
			
			
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					आधिदैविक					 :
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					वि० [सं० अधिदेव+ठञ्-इक] १. दैव, प्रकृति आदि के द्वारा प्राप्त होनेवाला। (दुख ताप या कष्ट) देवता-कृत। २. जो साधारणतः प्राकृतिक या लोक गत न हो, बल्कि उससे बहुत बढ़-चढ़कर हो। (सुपर नेचुरल)				 | 
			
			
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					आधिपत्य					 :
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					पुं० [सं० अधिपति+ष्यञ्] १. अधिपति होने की अवस्था या भाव। २. किसी वस्तु पर प्राप्त होनेवाला ऐसा अधिकार जो किसी को उस वस्तु के संबंध में सब कुछ कहने में समर्थ करता हो। (पजेशन)।				 | 
			
			
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					आधिभौतिक					 :
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					वि० [सं० अधिभूत+ठञ्-इक] आधिभूतों अर्थात् भौतिक पदार्थों और जीव-जंतुओं आदि के कारण या उसके द्वारा उत्पन्न होनेवाला। जैसे—आधिभौतिक ताप-भौतिक पदार्थों या जीव-जंतुओं के कारण मनुष्य को होनेवाला कष्ट या रोग।				 | 
			
			
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					आधिराज्य					 :
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					पुं० [सं० अधिराज+ष्यञ्] अधिराज होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
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