शब्द का अर्थ
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					आरभट					 :
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					वि०=आर्त्त। (दुःखी)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					आरभट					 :
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					पुं० [सं० आ√रभ्+अट] १. वह जो साहसपूर्वक जोखिम से कार्य करता हो। २. नाटक में वीरतापूर्ण और साहस के कामों का अभिनय। ३. साहस।				 | 
			
			
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					आरभटी					 :
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					स्त्री० [सं० आ√रभ्+अटि-हीष्] १. दृढ़ता, साहस आदि की मनोवृत्ति। २. दुःखात्मक मनोविकारों का तीव्र वेग। ३. बल-वैभव आदि का अभिमान या गर्वपूर्वक किया जानेवाला उनका प्रदर्शन। उदाहरण—झूठों मन, झूठी यह काया, झठी आरभटी।—सूर। ४. साहित्य में एक प्रकार की वृत्ति या शैली जिसमें यमक का अधिक प्रयोग होता है जो भयानक, रौद्र, वीभत्स आदि रसों के लिए प्रयुक्त कई गयी है।				 | 
			
			
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