शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					इजारा					 :
				 | 
				
					पुं० [अ० इजारः] १. किसी से कोई चीज किराये आदि पर अथवा बदले में कुछ धन देकर अस्थायी रूप से अपने अधिकार में लेना। २. आज-कल मुख्य रूप से, किसी की कोई संपत्ति (बदले में कुछ धन देकर) आय आदि उगाहने और उचित प्रबंध करने के लिए अपने अधिकार में लेना। जैसे—किसी का जंगल या जायदाद इजारे पर लेना। ३. उगाही, व्यवस्था आदि के लिए लिखाया हुआ पट्टा। मुहावरा-इजारे पर लेना=सब प्रकार की व्यवस्था के लिए (बदले में कुछ धन देकर) अपने हाथ में लेना। ४. किसी काम या बात के लिए मिलनेवाला एकाधिकार। जैसे—हम अपने घर में जो चाहेंगे, वह करेगें। क्या किसी का इजारा है। उदाहरण—क्या किसी का इजारा, नजारा मैं तो मार आई है।—गीत।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |