शब्द का अर्थ
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					इत्र					 :
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					पुं० [अ०] विशिष्ट प्रक्रिया से निकाला हुआ फूलों का सुगंधितसार या सत्त्व। अतर। इतर।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					इत्रदान					 :
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					पुं० [अ०+फा०] १. इत्र रखने का डिब्बा या पात्र। २. वह तश्तरी जिसमें इत्र रखकर लोगों के सामने ले जाते हैं।				 | 
			
			
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					इत्रफरोश					 :
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					पुं० [अ०+फा०] [भाव० इत्रफरोशी] इतर बेचनेवाला व्यक्ति। अत्तार। गंधी।				 | 
			
			
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					इत्रसाज					 :
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					पुं० [अ०+फा०] [भाव० इत्रसाजी] इतर बनानेवाला व्यक्ति। गंधी।				 | 
			
			
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					इत्रीफल					 :
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					पुं० [सं०त्रिफला का अ० रूप] एक औषध जो हड़, बहेड़े और आँवले को शहद में मिलाकर तैयार की जाती है।				 | 
			
			
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