शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					ईथर					 :
				 | 
				
					पुं० [अं०] १. एक लचीला पारदर्शी सूक्ष्म तत्त्व जो सारे आकाश में व्याप्त है और जिसमें से होकर प्रकाश की किरणें पृथ्वी पर आती हैं। आकाश। २. एक रासायनिक वर्णहीन द्रव पदार्थ जो गंधक के तेजाब और मद्यासार के योग से बनता है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ईथर					 :
				 | 
				
					पुं० [अं०] १. एक लचीला पारदर्शी सूक्ष्म तत्त्व जो सारे आकाश में व्याप्त है और जिसमें से होकर प्रकाश की किरणें पृथ्वी पर आती हैं। आकाश। २. एक रासायनिक वर्णहीन द्रव पदार्थ जो गंधक के तेजाब और मद्यासार के योग से बनता है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |