शब्द का अर्थ
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					ईमान					 :
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					पुं० [अ०] १. शुद्ध हृदय से ईश्वर के अस्तित्व में होनेवाला विश्वास। आस्तिक बुद्धि। २. धर्म, न्याय, सत्य आदि के संबंध में होनेवाली पूरी और सच्ची निष्ठा। मुहावरा—ईमान की कहना=बिना किसी प्रकार के पक्षपात के ठीक और सच बात कहना। ईमान से कहना=ठीक और सच बात कहना। ३. धार्मिक विश्वास। मुहावरा—ईमान देना=अपने धर्म या धार्मिक विश्वास से पतित या भ्रष्ट होना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ईमान					 :
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					पुं० [अ०] १. शुद्ध हृदय से ईश्वर के अस्तित्व में होनेवाला विश्वास। आस्तिक बुद्धि। २. धर्म, न्याय, सत्य आदि के संबंध में होनेवाली पूरी और सच्ची निष्ठा। मुहावरा—ईमान की कहना=बिना किसी प्रकार के पक्षपात के ठीक और सच बात कहना। ईमान से कहना=ठीक और सच बात कहना। ३. धार्मिक विश्वास। मुहावरा—ईमान देना=अपने धर्म या धार्मिक विश्वास से पतित या भ्रष्ट होना।				 | 
			
			
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					ईमानदार					 :
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					वि० [अ० ईमान+फा० दार] [भाव० ईमानदारी] १. धर्म में विश्वास रखनेवाला और उसी के अनुसार आचरण करनेवाला। २. धर्मात्मा और सत्यनिष्ठ। ३. सदा सचाई का व्यवहार करनेवाला। सत्यपरायण। (आँनेस्ट)।				 | 
			
			
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					ईमानदार					 :
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					वि० [अ० ईमान+फा० दार] [भाव० ईमानदारी] १. धर्म में विश्वास रखनेवाला और उसी के अनुसार आचरण करनेवाला। २. धर्मात्मा और सत्यनिष्ठ। ३. सदा सचाई का व्यवहार करनेवाला। सत्यपरायण। (आँनेस्ट)।				 | 
			
			
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					ईमानदारी					 :
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					स्त्री० [अ०+फा०] १. ईमानदार होने की अवस्था या भाव० २. सत्यनिष्ठा और सत्यपरायणता। (आँनेस्टी)।				 | 
			
			
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					ईमानदारी					 :
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					स्त्री० [अ०+फा०] १. ईमानदार होने की अवस्था या भाव० २. सत्यनिष्ठा और सत्यपरायणता। (आँनेस्टी)।				 | 
			
			
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