शब्द का अर्थ
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कंजर :
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पुं० [सं० कम्√जृ (जीर्ण होना)+विच्+अच्] १. सूर्य। २. हाथी। ३. उदर। ४. ब्रह्मा। ५. मोर। ६. संन्यासी। पुं० [हिं० कंचन] [स्त्री० कंजरिन्, कंजरी] एक प्रसिद्ध यायावर अनार्य और असभ्य जाति, जिसकी गणना अपराधशील जातियों में होती है। कहीं-कहीं इस जाति की स्त्रियाँ वेश्यावृत्ति भी करती हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंजरी :
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स्त्री० [हिं० कंजर] १. कंजर जाति की स्त्री। २. रंडी। वेश्या (पश्चिम)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |