शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					कलस					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क√लस् (शोभित होना)+अच्]=कलश।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कलसा					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कलश] [स्त्री० अल्पा० कलसी] पानी रखने का बड़ा घड़ा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कलसिरा					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० कलह+शील ?] [स्त्री० कलसिरी] झगड़ालू। लड़ाका।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कलसिरी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० काला+सिर] एक प्रकार की चिड़िया जिसका सिर काले रंग का होता है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कलसी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० कलस+ङीष्] १. छोटा कलसा या घड़ा। २. वास्तु, शिल्प आदि में छोटे-छोटे कँगूरों आदि की बनावट। कलैश।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कलसी-सुत					 :
				 | 
				
					पुं० [मध्य० स०] अगस्त्य ऋषि, जिनके संबंध में यह माना जाता है कि इनका जन्म घड़े में से हुआ था।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |