शब्द का अर्थ
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					केकर					 :
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					पुं० [सं० के√कृ (करना)+अच्, अलुक्० स] १. ऐंचा। भेंगा। २. चार अक्षरों का एक तांत्रिक मंत्र। सर्व, किसका। (भोज०)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					केकरा					 :
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					पुं० =केकड़ा। सर्व०=किसे (भोज०)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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