शब्द का अर्थ
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					क्रक					 :
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					पुं० =कर्क।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					क्रकच					 :
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					पुं० [सं० क्र√कच् (शब्द)+अच्] १. ज्योतिष में वह योग, जिसमें वार और तिथि की संख्या का जोड़ १३ होता है। २. करील का पेड़। ३. ऐसा वृक्ष जो बहुत घना हो। ४. लकड़ी चीरने का आरा। ५. एक प्रकार का पुराना बाजा। ६. गणित में एक नियम ,जिसके अनुसार लकड़ी के तख्ते चीरने की मजदूरी निकाली जाती है। ७. एक नरक का नाम।				 | 
			
			
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					क्रकच-पत्र					 :
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					पुं० [ब० स०] सागौन।				 | 
			
			
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					क्रकच-पाद					 :
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					पुं० [ब० स०] गिरगिट।				 | 
			
			
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					क्रकच-पृष्ठी					 :
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					स्त्री० [ब० स०, ङीष्] एक प्रकार की मछली।				 | 
			
			
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					क्रकचा					 :
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					स्त्री० [सं० ककच+अच्-टाप्] केतकी।				 | 
			
			
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					क्रकर					 :
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					पुं० [सं० क्र√कृ (करना)+अच्] १. करील का पेड़। २. किलकिला पक्षी। ३. केकड़ा। ४. लकड़ी चीरने का आरा। ५. दरिद्र। निर्धन।				 | 
			
			
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					क्रकुच्छंद					 :
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					पुं० [सं० ] भद्र नामक कल्प के पाँच बुद्धों में से पहले बुद्ध।				 | 
			
			
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