| शब्द का अर्थ | 
					
				| गडंग					 : | पुं० [हिं० गढ़+अंग] अस्त्र-शस्त्र, बारूद आदि रखने का स्थान। पुं० [सं०गर्व] १.घमंड। शेखी। २. आत्म-श्लाघा। | 
			
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				| गड़गज					 : | पुं० =गरगज। | 
			
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				| गड़गड़ा					 : | पुं० [गड़ गड़ शब्द से अनु०] लंबी नाली या सटकवाला हुक्का। | 
			
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				| गड़गड़ाना					 : | अ० [हिं० गड़गड़] १. गड़गड़ होना। जैसे–हुक्का गड़गड़ाना। २. गरजना। स० गड़-गड़ शब्द उत्पन्न करना। | 
			
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				| गड़गड़ाहट					 : | स्त्री० [हिं० गड़गड़ाना] गड़गड़ रूप में होने या गड़गड़ाने का शब्द। जैसे–गाड़ी या बादलों की गड़गड़ाहट। | 
			
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				| गड़गड़ी					 : | स्त्री० [हिं० गड़गड़] एक प्रकार की बड़ी डुग्गी या छोटा नगाड़ा। | 
			
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				| गडंगिया					 : | वि० [हिं० गडंग] १. डींग मारनेवाला। शेखीबाज। २. बहुत बढ़-बढ़कर बातें करनेवाला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| गड़गूदड़					 : | पुं० [हिं० गूदड़] चिथड़ा। लत्ता। | 
			
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