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			| शब्द का अर्थ |  
				| घृणा					 : | स्त्री० [सं०√घू (सींचना)+नक्-टाप्] [वि० घृणित] १. अनुचित या मर्यादा के विरूद्ध कार्य करनेवाले व्यक्ति अथवा उसके किये हुए कार्य या कृति के प्रति होनेवाली घोर स्वाभाविक अरुचि। जैसे–अश्लील साहित्य से मुझे घृणा है। २. दया। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |