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			| शब्द का अर्थ |  
				| घैया					 : | स्त्री० [हिं० घी या सं० घात] १. गौ के थन से निकली हुई दूध की धार जो मुँह लगाकर पीई जाय। २. ताजे और बिना मथे हुए दूध के ऊपर उतराते हुए मक्खन को काछकर इकट्ठा करने की क्रिया। ३. वृक्ष के तनों आदि में रस या स्राव निकालने के लिए उस पर लगाया हुआ क्षत। छेव। स्त्री०=घा (ओर)। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |