शब्द का अर्थ
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					च्यवन					 :
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					पुं० [सं०√च्यु (टपकना)+ल्युट-अन] १. बूँद-बूँद करके चूना या टपकना। २. [√च्यु+ल्युट–अन] एक प्राचीन ऋषि जो भृगु के पुत्र थे।				 | 
			
			
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					च्यवन-प्राश					 :
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					पुं० [सं० मध्य० स०] वैद्यक में आँवले के रस से बना हुआ एक प्रकार का अवलेह। कहते है कि यह अवलेह पहले-पहल अश्विनी कुमारों ने च्यवन ऋषि का वृद्धत्व और अंधत्व दूर करने के लिए बनाया था।				 | 
			
			
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