शब्द का अर्थ
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छक्का :
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पुं० [सं० षक्ङ, प्रा० छक्को] १. छः का समूह। २. छः अंगों या अवयवों वाली वस्तु। ३. चौसर के खेल में पासे का वह पहल जिस पर छः बिंदियाँ होती है। पद–छक्का-पंजा=दांव-पेंच। मुहावरा–(किसी का या के) छक्का या छक्के छूटना=प्रतियोगिता, प्रयत्न आदि में पूरी तरह से परास्त या विफल होकर निरूपाय और हताश होना। छक्का पंजा भूलना=परास्त या विफल होकर ऐसी स्थिति में होना कि कोई और युक्ति सूझ न पडें। ४. सोलही के खेल में वह स्थिति जिसमें छः कौड़ियाँ चित्त पड़ें। ५. ताश का वह पत्ता जिस पर छः बूटियाँ होती हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
छक्का-पंजा :
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पुं० [हिं० छक्का+पंजा] दाँव-पेंच। छल-कपट। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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