छड़/chhad

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

छड़  : पुं० [सं० शर] [स्त्री० अल्पा० छड़ी] किसी धातु का गोल या चौकोर लंबा पतला टुकड़ा।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़ना  : स० [सं० चट] १. अनाज के दाने कूटकर उनकी भूसी अलग करना या छंड़ना। जैसे–जौ या धान छड़ना। २. खूब पीटना या मारना (परिहास)।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़ा  : पुं० [हिं० छड़] १. पैर में पहनने का एक प्रकार का गहना। २. मोतियों की लड़ी। ३. हाथ का पंजा (राज०)। वि० [हिं० छाँड़ना] [स्त्री० छड़ी] अकेला। एकाकी। जैसे–छड़ी सवारी। पुं० नौजवान आदमी जिसका अभी विवाह न हुआ हो अथवा जिसके साथ घर-गृहस्थी न हो।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़ाना  : स०=छुड़ाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़िया  : वि० [हिं० छड़ी] जिसके हाथ में छड़ी हो। पुं० दरबान जिसके हाथ में प्रायः मोटा डंडा रहता है। ड्योढ़ीदार।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़ी  : स्त्री० [हिं० छड़] १. वह सीधी पतली लकड़ी जिसे लोग सहारे के लिए हाथ में लेकर चलते हैं। २. उक्त प्रकार की पतली छोटी लकड़ी या डंडी जिस पर फूल-पत्तियाँ बँधी रहती हैं और जो शोभा के लिए कही रखी या लगाई जाती हैं। ३. किसी की कब्र या मजार पर लगाई जानेवाली झंड़ी। ४. कपड़े आदि में बनी हुई सीधी धारी या रेखा।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़ी सवारी  : स्त्री० [हिं०] ऐसा व्यक्ति जो कहीं अकेला जा रहा हो। वह जिसके साथ और कोई न हो। (परिहास और व्यंग्य)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़ीदार  : पुं०=चोबदार।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़ीबरदार  : पुं०=चोबदार।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
छड़ीला  : पुं०=छरीला।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ