शब्द का अर्थ
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					छत्र					 :
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					पुं० [सं० छद् (ढकना)+णिच्+ष्ट्रन्] १. छतरी। २. राजाओं या राज-सिंहासन के ऊपर लगाया जानेवाला बड़ा छाता। ३. कुकुरमुत्ता। ४. एक विष। ५. गुरु का दोषगोपन। पुं० [सं० छत्र] वह स्थान जहां गरीबों या दीन-दुखियों को धर्मार्थ भोजन कराया जाता है।				 | 
			
			
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					छत्र-चक्र					 :
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					पुं० [मध्य० स०] ज्योतिष में, एक प्रकार का चक्र जिससे शुभ-अशुभ फल जाने जाते हैं।				 | 
			
			
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					छत्र-छाया					 :
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					स्त्री० [ष० त०] छाया, ऐसा आश्रय जो छाते की तरह सुरक्षित रखनेवाला और सुखद हो। संरक्षण।				 | 
			
			
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					छत्र-छाँह					 :
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					स्त्री०=छत्र-छाया।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					छत्र-धनी					 :
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					पुं=छत्रधारी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					छत्र-धर					 :
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					पुं० [छत्र√धृ (धारण)+अच्] १. वह राजा जो छत्र लगाता हो। २. राजा के ऊपर छत्र लगानेवाला सेवक।				 | 
			
			
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					छत्र-बंध					 :
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					पुं० [ब० स०] एक प्रकार का चित्रकाव्य जिसमें कविता के अक्षर विशिष्ट प्रकार से सजाने से छत्र या छाते की आकृति बन जाती है।				 | 
			
			
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					छत्र-भंग					 :
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					पुं० [ष० त०] १. राजा का नाश या मृत्यु। २. ज्योतिष का एक योग जो राजा या उसके शासन के नाश का सूचक माना जाता है। ३. अराजकता।				 | 
			
			
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					छत्रक					 :
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					पुं० [सं० छत्र√कै(मालूम पड़ना)+क] १. एक प्रकार का छोटा उदभिज जिसका निचला भाग छड़ी की तरह पतला होता है और जिसका ऊपरी भाग खुले छाते की तरह फैला हुआ होता है। खुमी। (फंगस) २. कुकुरमुत्ता। ३. तालमखाने की जाति का एक पौधा। ४. कौडिल्ला (पक्षी) ५. मण्डप। ६. [छत्र+कन्] छत्ता।				 | 
			
			
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					छत्रकायमान					 :
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					वि० [सं० छत्रक+क्यङ्+शानच्] छत्रक के रुप में होने या फैलनेवाला (फंगेटिव)।				 | 
			
			
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					छत्रधारी(रिन्)					 :
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					वि० [सं० छत्र√ धृ+णिनि] छत्र-धर।				 | 
			
			
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					छत्रप					 :
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					पुं०=क्षत्रप।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					छत्रपति					 :
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					पुं० [ष० त०] बहुत बड़ा राजा।				 | 
			
			
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					छत्रपन					 :
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					पुं० [सं० छत्रिय+पन(प्रत्य)] क्षत्रियत्व।				 | 
			
			
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					छत्राक					 :
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					पुं० [सं० छत्र+टाप्, छत्रा√ कै+क] कुकुरमुत्ते, खुमी आदि की जाति के उद्भिजों की सामूहिक संज्ञा।				 | 
			
			
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					छत्रिक					 :
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					पुं० [सं० छत्र+ठन्-इक] छत्र धारण करनेवाला। राजा।				 | 
			
			
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					छत्री(त्रिन्)					 :
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					वि० [सं० छत्र+इनि] छत्रयुक्त। पुं०=क्षत्रिय।				 | 
			
			
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