शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					छपा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० छपा] १. रात्रि। २. हलदी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छपाई					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० छापना] छपने या छापने की क्रिया, ढंग, भाव या पारिश्रमिक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छपाकर					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षपाकर] १. चंद्रमा। २. कपूर।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छपाका					 :
				 | 
				
					पुं० [अनु० छपछप] १. कीचड़ पानी आदि में कोई चीज फेंकने से होनेवाला छप शब्द। ३. छींटा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छपाना					 :
				 | 
				
					स० [हिं० छापना] १. छापने (दे० छापना) का काम दूसरे से कराना। २. शीतला का टीका लगवाना। स०=छिपाना। उदाहरण–उठि रेनु रवि गयउ छपाई।–तुलसी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) अ० [अनु० छप छप] खेत का सींचा जाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छपानाथ					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० क्षपानाथ] चंद्रमा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छपाव					 :
				 | 
				
					पुं०=छिपाव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |