शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					छाता					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० छत्रकम्, पा० छत्तकम्, सि० छद्रु, उ० छाता, मराठी० छत्र] १. कपड़े का वह प्रसिद्ध आच्छादन जो छड़ी में लगी हुई तीलियों पर कपड़ा आदि चढ़ाकर बनाया जाता है और जिसे धूप, वर्षा आदि से रक्षित रहने के लिए सिर के ऊपर खोल या तानकर चलते हैं। २. उक्त आकार की कोई वानस्पतिक रचना। छत्ता। जैसे–खुमी का छाता। ३. दे० ‘छतरी’।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |