शब्द का अर्थ
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					छाया-दान					 :
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					पुं० [मध्य० स०] एक प्रकार का दान जिसमें ग्रहजन्य अरिष्टों की शांति के लिए काँसे की कटोरी में घी या तेल भरकर पहले उसमें अपनी छाया देखी जाती है और तब उस पात्र का घी या तेल दक्षिणा सहित किसी को दे दिया जाता है।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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