शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					छितरा					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० छितराना] छितराया हुआ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छितराना					 :
				 | 
				
					अ०, स०=छितराना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छितराना					 :
				 | 
				
					अ० [सं० क्षिप्त+करण] १. किसी वस्तु के कणों या छोटे-छोटे टुकड़ों का चारों ओर बिखरना। २. थोड़े से पशुओं, व्यक्तियों वस्तुओं आदि का विस्तृत भू-भाग में फैलना। जैसे–यहूदी सारे संसार में छितरे हुए हैं। स० १. किसी वस्तु के कणों को चारों ओर गिराना, फेंकना या बिखेरना। २. दूर-दूर या विरल करना। जैसे–किताबें छितराना। ३. व्यक्तियों, पशुओं आदि को तितर-बितर करना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					छितराव					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० छितराना] छितरे या छितराए हुए होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |