शब्द का अर्थ
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					छोह					 :
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					पुं० [सं० क्षोभ] १. प्रेम। स्नेह। २. अनुग्रह। दया।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					छोहगर					 :
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					वि० [हिं० छोह] छोह या प्रेम करनेवाला। प्रेमी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					छोहना					 :
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					अ० [हिं० छोह-प्रेम+ना (प्रत्यय)] १. प्रेम या स्नेह करना। उदाहरण–छितिपति उमगि उठाइ छोहि छाती छपटायौ।–रत्नाकर। २. विचलित या क्षुब्ध होना।				 | 
			
			
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					छोहर (ा )					 :
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					पुं० [स्त्री० छोहरिया, छोहरी] छोकरा। लड़का।				 | 
			
			
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					छोहाना					 :
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					अ०=छोहना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					छोहारा					 :
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					पुं०=छुहारा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					छोहिनी					 :
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					स्त्री=अक्षौहिणी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					छोही					 :
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					वि० [हिं० छोह] १. प्रेम करनेवाला। २. अनुग्रह या दया करनेवाला।				 | 
			
			
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