शब्द का अर्थ
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जिता :
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वि०=जितना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं० [हिं० जोतना] वह सहायता जो किसान लोग परस्पर जोताई, बोआई आदि के समय करते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जिताक्ष :
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वि० [जित-अक्ष, ब० स०] जितेंद्रिय। |
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जिताक्षर :
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वि० [जित-अक्षर, ब० स०] अच्छी तरह पढ़ने लिखनेवाला। |
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जितात्मा(त्मन्) :
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वि० [जित-आत्मन्, ब० स०] जितेंन्द्रिय। |
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जिताना :
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स० [हिं० जीतना का प्रे० रूप] १. ऐसा काम करना जिससे कोई जीता जाय। २. कुछ जीतने में किसी की सहायता करना। |
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जितार :
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वि.[सं० जित्वर] १. जीतनेवाला। विजेता। २. प्रबल। बलवान। ३. भारी। वजनी। (क्व०)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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जितारि :
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वि० [जित-अरि, ब० स०] १. शत्रुओं को जीतनेवाला। २. काम, क्रोध, आदि मनोविकारों को जीतनेवाला। पुं० गौतम बुद्ध का नाम। |
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जिताष्टमी :
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स्त्री० [सं० जिता-अष्टमी, कर्म० स०] आश्विन् कृष्ण अष्टमी जिस दिन हिन्दू स्त्रियाँ अपने पुत्रों के कल्याण के लिए उपासना, व्रत आदि करती है। जीवित-पुत्रिका। |
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