शब्द का अर्थ
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ठुकना :
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अ० [हिं० ठोकना का अ०] १. ठोका जाना० २. आघात या प्रहार करना। ३. आर्थिक हानि या व्यर्थ व्यय होना। जैसे–व्यर्थ सौ रुपये ठुके। ४. जबरदस्ती आगे बढ़ना। मुहावरा–ठुक-ठुक कर लड़ना=जबरदस्ती लड़ना। उदाहरण–दिन-दिन दैन उरहनौ आवै ठुकि-ठुकि करत लरैया ।-सूर। ५. परास्त होना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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