शब्द का अर्थ
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तारण :
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पुं० [सं०√तृ+णिच्+ल्युट्–अन] १. जलाशय आदि से तारने या पार करने की क्रिया या भाव। २. कठिनता, संकट आदि से उद्धार करने की क्रिया। निस्तार। ३. भव-सागर से पार करने करके मोक्ष दिलाने की क्रिया या भाव। ४. [√तृ+णिच्+ल्यु–अन] विष्णु। ५. साठ संवत्सरों में से एक संवत्सर। वि० १. तारने या पार करनेवाला। २. उद्धार या निस्तार करनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तारणी :
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स्त्री० [सं० तारण+ङीप्] कश्यप की एक पत्नी जिसके गर्भ से याज और उपयाज उत्पन्न हुए थे। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |