शब्द का अर्थ
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त्रि-शूल :
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पुं० [सं० ब० स०] १. लोहे का एक अस्त्र जिसके सिरे पर तीन नुकीले फल होते है और जो शिव जी का अस्त्र माना जाता है। २. दैहिक, दैविक और भौतिक ये तीनों ताप या दुःख। त्रिताप। ३. एक मुद्रा, जिसमें अँगूठे को कनिष्ठा उँगली के साथ मिलाकर बाकी तीनों उँगलियों को फैला देते हैं। (तंत्र) ४. हिमालय की एक प्रसिद्ध चोटी जो २३४॰४ फुट ऊँची है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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