शब्द का अर्थ
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त्वक्(च्) :
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पुं० [सं०√त्वच् (ढकना)+क्विप्] १. वृक्ष का छाल। २. फलों आदि का छिलका ३. शरीर पर की खाल। चमड़ा। त्वचा। ४. पाँच ज्ञानेंद्रियों में से एक जो सारे शरीर के ऊपरी भाग में व्याप्त है। इसके द्वारा स्पर्श होता है। ५. दारचीनी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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