शब्द का अर्थ
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					थप्पड़					 :
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					पुं० [अनु० थप-थप] १. गाल पर हाथ के पंजे से किया जानेवाला आघात। झापड़। तमाचा। क्रि० प्र०—कसना।—देना।—मारना।—लगाना। २. ऐसी बात जिससे किसी की प्रतिष्ठा को आघात पहुँचे। ३. दाद या फुंसियों का चकत्ता। ४. दे० ‘थपेड़ा’।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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