शब्द का अर्थ
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थाहर :
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पुं०=थर (माँद)। उदा०—सूनी थाहर सिंघरी, जाय सके नहि कोय।—बाँकीदास। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
थाहरा :
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वि० [हिं० थाह] १. जिसकी थाह मिल चुकी हो अथवा सहज में मिल सकती हो। २. (नदी-नाले के संबंध में) कम गहरा। छिछला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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