शब्द का अर्थ
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थैला :
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पुं० [सं० स्थल=कपड़े का घर] [स्त्री० अल्पा० थैली] १. कपड़े या ऐसी ही किसी चीज के लम्बे टुकड़े को दोहरा करके और दोनों ओर से सीकर छोटे बोरे की तरह बनाया हुआ वह आधान जिसमें चीजें भरकर रखते हैं। एक प्रकार का झोला। मुहा०—(किसी को) थैला करना=मारते मार के बेदम कर देना। विशेष—पहले कहीं-कहीं टाट के बड़े थैलों में या बोरों में अपराधियों को भरकर और ऊपर से थैले का मुँह बन्द करके घूँसों, ठोकरों आदि से खूब मारते थे। इसी से यह मुहावरा बना है। २.पायजामे का वह भाग जो जंघे से घुटने तक और देखने में बहुत कुछ उक्त आधान की तरह होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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