शब्द का अर्थ
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दारण :
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पुं० [सं०√दृ (विदारण करना)+णिच्+ल्युट—अन] १. चीरने-फाड़ने या विदीर्ण करने की क्रिया या भाव। चीर-फाड़। विदारण। २. फोड़ा या व्रण चीरने की क्रिया या भाव। चीर-फाड़। शल्य चिकित्सा। ३. चीरने-फाड़ने आदि का अस्त्र या औजार। ४. ऐसी चीज या दवा जिसके लगाने से फोड़ा फट या फूट जाय। ५. निर्मली का पेड़। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
दारणी :
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स्त्री० [सं० दारण+ङीप्] दुर्गा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |