शब्द का अर्थ
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दो-रुखा :
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वि० [फा०] [स्त्री० दोरुखी] १. जिसके दोनों ओर समान रंग या बेल-बूटे हों। जैसे—कपड़े का दोरुखा छापा। २. जिसमें एक ओर एक रंग दूसरी ओर दूसरा रंग हो। जैसे—ओढ़ने की दोरुखी चादर। ३. (आचरण या व्यवहार) जिसका आशय दोनों ओर या दोनों पक्षों मे प्रयुक्त हो सकता हो। पुं० सुनारों का एक प्रकार का उपकरण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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