शब्द का अर्थ
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पंजीकार :
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पुं० [सं० पंजी√कृ+अण्] १. वह जो पंजी या बही खाता लिखने का काम करता हो। आय-व्यय आदि का लेखक। मुनीम। २. वह ज्योतिष जो पंचांग बनाने का काम करता हो। ३. मिथिला में वह पंडित जिसके पास भिन्न-भिन्न गोत्रों के लोगों की वंशावलियाँ रहती हैं; और जो यह व्यवस्था देता है कि अमुक-अमुक परिवारों में वैवाहिक संबंध स्थापित हो सकता है या नहीं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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