शब्द का अर्थ
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पत्ती :
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स्त्री० [हिं० पत्ता+ई (प्रत्य०)] १. पेड़-पौधों का बहुत छोटा पत्ता। जैसे—गेंदें, नीम या बेले की पत्ती। २. भाँग नामक पौधे में लगने वाले छोटे-छोटे पत्ते जो नशीले होते हैं। (पूरब)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) ३. तमाकू के बड़े-बड़े पत्तों का विशेष प्रक्रिया से बनाया हुआ चूरा जिसे लोग पान आदि के साथ खाते हैं। (पूरब)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) ४. फूल की पंखुड़ी। ५. लकड़ी धातु आदि का छोटा टुकड़ा। ६. लोहे का तेज धार वाला वह छोटा पतला टुकड़ा जिसकी सहायता से दाढ़ी बनाई जाती है। (ब्लेड) ७. ताश का कोई पत्ता। ८. रोजगार, व्यवसाय आदि में होनेवाला साझे का अंश। जैसे—इस व्यवसाय में इनकी भी दो आना पत्ती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पत्तीदार :
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वि० [हिं० पत्ती+फा० दार=रखनेवाला] १. (पौधा या वृक्ष) जिसमें पत्तियाँ हों। २. (व्यक्ति) जिसकी किसी व्यापार या सम्पत्ति में पत्ती (भाग या हिस्सा हो)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |