शब्द का अर्थ
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परिक्रय :
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पुं० [सं० परि√क्री (खरीदना)+अच्] १. खरीदने दी क्रिया या भाव। खरीद। २. भाड़ा। ३. मजदूरी। ४. पारिश्रमिक या मजदूरी तै करके किसी को किसी कार्य पर लगाना। ५. व्यापारिक कार्यों के लिए माल आदि का होनवाला विनिमय। ६. इस प्रकार दिया या लिया हुआ माल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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