शब्द का अर्थ
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परित्राण :
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पुं० [सं० परि√त्रै (बचाना)+ल्युट्—अन] १. कष्ट, विपत्ति आदि से की जानेवाली पूर्ण रक्षा। २. शरीर पर के बाल या रोएँ। रोम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परित्राण :
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पुं० [सं० परि√त्रै (बचाना)+ल्युट्—अन] १. कष्ट, विपत्ति आदि से की जानेवाली पूर्ण रक्षा। २. शरीर पर के बाल या रोएँ। रोम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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