शब्द का अर्थ
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पल्लवित :
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भू० कृ० [सं० पल्लव+इतच्] १. (पेड़ों या पौधा) जो नये नये पत्तों से युक्त हुआ हो अथवा जिसमें नये-नये पत्ते निकल रहे हों। २. हरा-भरा तथा लहलहाता हुआ। ३. जिसे नई-नई चीजों, रचनाओं आदि से युक्त किया गया हो और इस प्रकार उसका अभिवर्द्धन तथा विकास हुआ हो। जैसे—लेखक अपनी रचनाओं से साहित्य को पल्लवित करते हैं। ४. लाख के रंग में रंगा हुआ। ५. जिसे रोमांच हुआ हो। रोमांचित। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पल्लवित :
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भू० कृ० [सं० पल्लव+इतच्] १. (पेड़ों या पौधा) जो नये नये पत्तों से युक्त हुआ हो अथवा जिसमें नये-नये पत्ते निकल रहे हों। २. हरा-भरा तथा लहलहाता हुआ। ३. जिसे नई-नई चीजों, रचनाओं आदि से युक्त किया गया हो और इस प्रकार उसका अभिवर्द्धन तथा विकास हुआ हो। जैसे—लेखक अपनी रचनाओं से साहित्य को पल्लवित करते हैं। ४. लाख के रंग में रंगा हुआ। ५. जिसे रोमांच हुआ हो। रोमांचित। |
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समानार्थी शब्द-
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