| शब्द का अर्थ | 
					
				| पसाई					 : | स्त्री० [सं० प्रसातिका, प्रा० पसाइआ] पसताल नाम की घास जो तालों में होती है। पुं०=पसही (तिन्नी)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स्त्री० [हिं० पसाना] (मोड़ आदि) पसाने की क्रिया या भाव। स्त्री० पिसाई।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पसाई					 : | स्त्री० [सं० प्रसातिका, प्रा० पसाइआ] पसताल नाम की घास जो तालों में होती है। पुं०=पसही (तिन्नी)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स्त्री० [हिं० पसाना] (मोड़ आदि) पसाने की क्रिया या भाव। स्त्री० पिसाई।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |